भारत में स्टेशनों की संख्या 7345 से अधिक होने के कारण दुनिया का चौथा रेलवे नेटवर्क बन चुका है. भारत में रेलवे का इतिहास पुराना है, जिसमें भारत रेलवे देश की लाइफ लाइन रेलवे को कहा जाता है. रेलवे की जानकारी के अनुसार भारत के रेलवे का सैकड़ो साल है. इसमें कुछ नहीं और पुराने रेलवे स्टेशन हैं जो बेहतर तरीके से कार्य करते हैं आईए जानते हैं सबसे पुराने रेलवे स्टेशन के बारे में.
Oldest Railway Station: भारत में सबसे पहले रेलवे मुंबई में शुरू हुई. यह रेलवे थाने से मुंबई तक पहली रेल पर चलाई गई थी. रेलवे पहली बार 1853 साल में बॉम्बे से ठाणे तक चली. आगे समय बदलता रहा और रेलवे में और स्टेशन और नहीं पटरी शामिल होने लगे. भारत में पुराने रेलवे स्टेशन का इतिहास काफी घटनाओं से बना हुआ है, इसकी और जानकारी जानते हैं.
भारत में सबसे पुराना रेलवे स्टेशन मुंबई में है. जिसे आज के दिन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CMST) के नाम से जाना जाता है. यह रेलवे स्टेशन अंग्रेजी कार्यकाल में बनाया गया था जिसमें 1878 में इसका बनवाने का काम शुरू हुआ जो 1887 में इस काम को पूरा किया गया. 1853 में इसे लोगों के लिए सर्विस देने का कार्यकाल शुरू हुआ. इसका नाम उसे समय विक्टोरिया टर्मिनस था लेकिन भारत में अंग्रेज का कार्यकाल खत्म होने के बाद इसका नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस किया गया. इसका नाम 2017 में शिवाजी महाराज के नाम पर रखा गया.
भारत में पुराने रेलवे स्टेशन में और भी कुछ नाम शामिल है जिसमें दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल का हावड़ा भारत का दूसरा पुराना रेलवे स्टेशन है. आज के दिन यहां सबसे ट्रैफिक वाला रेलवे स्टेशन है. यहां पर कल 23 प्लेटफार्म के कारण देश का सबसे बड़ा और बिजी स्टेशनों में से नंबर एक पर है. इस स्टेशन का निर्माण 1854 में किया गया था.
Year | City | सबसे पुराना रेलवे स्टेशन |
1853 | मुंबई | छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) |
1854 | हावड़ा | पश्चिम बंगाल हावड़ा |
1856 | चेन्नई | रोया पुरम स्टेशन |
1859 | प्रयागराज | प्रयागराज |
1859 | कानपुर | कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन |
भारत में एक ऐसा भी स्टेशन है जहां से आज के वक्त कोई भी ट्रेन आगे नहीं जाती है. यह रेलवे स्टेशन मिजोरम राज्य में है. इस पूरे राज्य में एक ही रेलवे स्टेशन है. इस रेलवे स्टेशन को "Bairabi railway station" नाम से जाना जाता है. स्टेशन पर तीन पटरी को बनाया गया है.
भारत के सबसे पुराने और पहले रेलवे स्टेशन में 1887 में रेलवे स्टेशन का कार्य पूरा हुआ था. यह रेलवे स्टेशन महारानी विक्टोरिया के कार्यकाल में बनवाया गया था. यह रेलवे शासन काल 50 साल पूरे होने के वजह से बनवाया था. महारानी विक्टोरिया के नाम पर के नाम पर बनाया हुआ यह रेलवे स्टेशन 1996 में मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर बदल कर रखा गया. आगे जाकर 2017 में इसका नाम फिर एक बार बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) रखा गया.
भारत के पुराने रेलवे स्टेशन में कुछ और नाम शामिल है जिसमें बड़ोदरा जंक्शन 1861 में बना. उसके बाद पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन 1864 में बना. चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन 1873 में बना. आगरा फोर्ट स्टेशन 1873 में बनाया गया. वीर गंगा लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन 1881 में बनाया गया. इसी प्रकार आगे बढ़ते हुए आज के वक्त भारत में छोटे और बड़े मिलाकर 7345 रेलवे स्टेशन बन चुके हैं. भारत में रेलवे परिवहन का बहुत बड़ा हिस्सा संभालने में मदद करती है. जिसकी वजह से इसे भारत की जीवनी भी कहा जाता है. भारत रेलवे सेक्टर में काफी तेजी से तरक्की कर रहा है. दुनिया भर में भारत आज चौथे नंबर पर रेलवे सर्विस को बेहतर तरीके से कार्यरत हैं.
भारत के पूर्वी रेलवे पटरी पहाड़ ,नदी और अलग-अलग शहर से बनाई गई थी लेकिनआज के वक्त भारत समुद्र के ऊपर और समुद्र के अंदर से अपने रेलवे रूट को बना रहा है. बहुत ही जल्द भारत रेलवे और भी विकसित कार्यकाल दुनिया को देखने को मिलने वाला है.