भारत और पाकिस्तान में तंदूरी रोटी को खाना कहीं लोग पसंद करते हैं| यह खाने में काफी स्वादिष्ट लगती है| तंदूरी रोटी की शुरुआत हड़प्पा सभ्यता के समय से प्राचीन भारतीय सिंधु घाटी में शुरुआत हुई| अलग-अलग होटल और ढाबे पर तंदूरी रोटी को लोग खाना पसंद करते हैं| दोपहर और रात में भोजन में इस्तेमाल होने वाला पदार्थ है | शाकाहारी और मांसाहारी दोनों पदार्थ में इस्तेमाल करते हैं| आईए जानते हैं, ढाबे पर और होटल पर मिलने वाली तंदूरी राेटी कैसे बनाई जाती है? |
तंदूरी रोटी को ग्रेवी के पदार्थ के साथ खाना काफी स्वादिष्ट लगता है| तंदूरी रोटी में 2 ग्राम प्रोटीन होता है साथ में ही 64 गैलरी ऊर्जा तंदूरी रोटी की मदद से मिलती है| तंदूरी रोटी को गेहूं के और मैदा के आटे से बनाया जाता है| 1 किलो आटे में 16 से 20 रोटियां बनाई जा सकती है| तंदूरी राेटी ज्यादातर मिट्टी के ओवन में बनाई जाती है|
तंदूरी राेटी सामग्री
तंदूरी रोटी में क्या-क्या पड़ता है:-
- गेहूं का आटा
- मैदा
- नमक
- तेल
- लोहे का तवा / प्रेशर कुकर
- मक्खन
- बटर
- पानी
तंदूरी रोटी को बनाने के लिए काफी मेहनत लगती है जिसकी वजह से लोग ऐसे होटल में खाना पसंद करते हैं, साथ में ही यह रोटी को बनाने के लिए जो लोग इस बार-बार बनाते हैं वह काफी एक्सपर्ट बनते हैं उन्हें मिलावट का अंदाजा सही तरीके से होने की वजह से वह आपको जिस तरह की रोटी खाना पसंद करते हैं कुछ तरीके से उसे पकाते हैं| तंदूरी रोटी को बनाने के लिए ऊपर दी गई सामग्री को इकट्ठा कीजिए और लिए जानते हैं कि आगे तंदूरी रोटी को बनाने के लिए हमें कौन-कौन सी चीज पहले करनी होती है|
तंदूरी रोटी में 100 से लेकर 150 कैलोरीज होती है| साथ में ही इस रोटी में प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट और ऊर्जा को पाया जाता है| एक तंदूरी रोटी कुल (2000 कैलोरीज) का लगभग 6 % प्रदान करती है।
तंदूरी राेटी कैसे बनाई जाती है?
तंदूरी रोटी बनाने के लिए गेहूं का आटा, मैदा, नमक, तेल, लोहे का तवा / प्रेशर कुकर मक्खन , बटर , पानी यह सामग्री सबसे पहले जमा करें| आगे हम इसी सामग्री की मदद से तंदूरी रोटी को किस तरह से बनाते हैं इसके बारे में जानकारी देंगे|
- तंदूरी रोटी को बनाने के लिए सबसे पहले गेहूं की आटा मैदा मिक्स करके पानी के मदद से गूंथें ले|
- इसके बाद आपको गूंथें हुए आटे को ऊपर से थोड़ा सा तेल लगाना है| इसके बाद उसे आधे घंटे तक रखें, ताकि उसमें ज्यादा मुलायम हो सके|
- आगे आपको लोहे का तो को गर्म करना है| यह गम हम तंदूरी रोटी बनाते वक्त वैसे ही गर्म करने के लिए रखेंगे| साथ में ही एक बर्तन में पानी को नमक के साथ मिला ले यह स्वाद के अनुसार करें|
- रोटी को बनाने के लिए उसे हाथ से ही जाकर देना शुरू करें, अगर इस कार्य में दुविधा आ रही है तो बेलन का इस्तेमाल करें| हाथ से आकार देने पर रोटी बेहतर बनने में मदद मिलती है|
- लोहे का तवा को बहुत ज्यादा गर्म करें क्योंकि रोटी चिपक सकती हैं| तंदूरी रोटी चपाती के मुकाबले बड़ी होती है इसकी वजह से उसका आकार देते वक्त ध्यान रखें|
- रोटी के एक हिस्से को नमक का अपनी उंगलियों की मदद से लगा ले और उसे गर्म तवा के ऊपर चिपका दे| यह उसी तरीके से चिपकती है जिस तरह से अपने ढाबे पर रोटी बनाते वक्त चिपकाते हुए देखा होगा|
- रोटी को उंगलियों की मदद से हल्का सा ऊपरी हिस्से से दबा दें ताकि रोटी फूलना शुरू न करें| अब आपके रोटी को टेक्सचर के अनुसार उसकी दूसरे भाग पर पलट दें|
- रोटी को उतरते वक्त मटर का इस्तेमाल करें, अगर मटर नहीं है तो तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं|
इस प्रकार आपकी तंदूरी रोटी बन जाती है| तंदूरी रोटी को बनाने का यह तरीका आपको कैसा लगा नीचे कमेंट बॉक्स में बताइए| तंदूरी रोटी और नान की रोटी में गेहूं की मदद से बनाने वाले रोटी को तंदूरी रोटी और मैदा के आटे से बनाने वाले रोटी को नान कहते हैं| यहां तंदूरी और नान की रोटी के रोटी में अंतर है|